बलात्कार का मौसम है ..
देश मेरा AWESOME है ..
देखो किसको मिली जीत ?
किसको मिली हार !
किसको चढ़ाया सर ?
किसका हुआ बलात्कार ?
राजनेता दिन दहाड़े यहाँ ..
रोज मेरे देश को नोचते हैं ..
जख्मी पड़ा मेरा देश सामने ..
भ्रष्टाचार करते बलात्कारी ..
कहाँ कुछ सोचते हैं !
मीडिया भी कर रहा बलात्कार ..
लोगों की भावनाओं का ..
फिर देख रहा हंसकर ..
ले रहा पैसे भी ..
कपड़े उतारती निगाहों का !
मेरे देश के युवा की संवेदनशीलता ..
आज STATUS MESSAGE से ..
होती है निर्धारित !
मोमबत्ती जलाने जाता तो है ..
मन में लेकिन बलात्कार का विधेयक ..
बहुमत से कर देता पारित ।
इंसान ही नहीं !!
मानसून भी कर रहा बलात्कार ..
कुछ चंद अनजाने किसानों का ..
उनके लिए सडकें सूनी हैं ..
ग़ायब है हुजूम दीवानों का ।
आम आदमी का भी तो रोज बलात्कार होता है ..
मजबूरी में वो कभी अधिकारियों , कभी दबंगों ..
और कभी राजनेताओं के साथ सोता है ।
फिर जाता है मदद मांगने वर्दी से ..
और वहां फ़िर उसका बलात्कार होता है ।
और न्याय का मंदिर तो ..
सदियों से बलात्कारी रहा है ..
कई सालों बाद चीख निकलती है किसी की ..
पता भी नहीं चलता की किसने कहा है !
और आज फिर से ..
एक औरत का हुआ है बलात्कार ..
पूरा देश खड़ा होकर कर रहा चीत्कार ।
अच्छा है इस बहाने कहीं थोड़ी ..
मानवता तो जागी है ..
बस याद ये रखना है कि मेरे देश में ..
वो अकेले नहीं अभागी है !
बलात्कार मीडिया बस दिखाए तो ही ..
बलात्कार नहीं होता !
और ये सच है अगर तो इस देश में तो ..
स्त्री का सम्मान नहीं खोता !
अमीर की इज्जत का कर रहे सम्मान ..
और गरीब की इज्जत को कर रहे बदनाम ..
तो हम भी बलात्कारी हैं ..
अपने खोखले आदर्शों के !
जितनी जिंदगी जी हमने ..
उन तमाम वर्षों के ।
और केवल तन का बलात्कार नहीं होता ..
मन का भी बलात्कार होता है ..
कभी लिंग बदल के अपना देखो ..
कैसा भयावह चीत्कार होता है ।
मुझे बस एक वादा दे दो ..
इन सब बलात्कारों के लिए लड़ोगे ..
सारे बलात्कारियों को चढाओगे फांसी ..
किसी से नहीं डरोगे !
आज अगर तुम नहीं उठे तो ..
भूखे कुत्ते हैं तैयार ..
और फिर कभी खबर बनेगी ..
तुम्हारा भी हुआ बलात्कार !!!!!
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