Monday, November 19, 2012

धर्म और इंसान


धर्म और इंसान का रिश्ता पुराना है ..
बड़ा कौन इस पर यहाँ लड़ता जमाना है !
जब इंसान था तब धर्म नहीं था ..
अब धर्म है पर इन्सां नहीं है ।
अब खुद ही फैसला करो ...
मुझको ये बताना है ..
सदियों से चल रहा ये वो फ़साना है ।

3 comments:

neo said...

Bahut ache Chelu!!

Anand Shankar Mishra said...
This comment has been removed by the author.
Anand Shankar Mishra said...

bhai waah... :)

humne bhi likha tha aise hi theme pe ... check out

Of Religion